शुक्रवार, 4 मार्च 2016

और रंग दे

और रंग दे रे म्हाने ओजू रंग दे
म्हारा सासु जी के दाय कोनी आई रे नीलगर और रंग दे

अल्ला पल्ला पे दादर मोर रंग दे
घूँघट पर बाईसा रो बीरो रे, नीलगर और रंग दे 

सुसरो जी रंगाई म्हारे लाल ओढ़नी
म्हारा सासुजी के दाय कोनी आई रे नीलगर और रंग दे

जेठजी रंगायो म्हारे पीळो कोमचो
म्हारा जेठानी के दाय कोनी आई रे नीलगर और रंग दे

देवरियो रंगाई म्हारे लाल चुनड़ी
म्हारा सायब जी के दाय कोनी आई रे नीलगर और रंग दे

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