गुरुवार, 10 मार्च 2016

पल्लो लटके

पल्लो लटके रे म्हारो, पल्लो लटके - २ 
जरा सो - ३, टेढ़ो हो जा बालमा म्हारो पल्लो लटके 

पल्लो लटके गौरी रो, पल्लो लटके - २ 
ज़रा सो - ३, ऊंचो ले ले गौरी पल्लो भीग जावे लो 

लाल मंगायो पोमचो जी, हरी लगाई कोर - २ 
अंगिया रेसम काटके, देदी दादर पे मोर 
जरा सो - ३, टेढ़ो हो जा बालमा म्हारो पल्लो लटके 

घूँघट में बिजल्यां चमकावे गौरी थारी आँख - २ 
मत जोबन में आंधी हो री निचे ने तो झाँक 
ज़रा सो - ३, ऊंचो ले ले गौरी पल्लो भीग जावे लो

लहंगों घेर घुमेर म्हारी चुनड़ गोटेदार - २
छम छम करती चालूं म्हारे पल्ले ने फटकार 
जरा सो - ३, टेढ़ो हो जा बालमा म्हारो पल्लो लटके

सौ मोहरा की अंगिया थारी, लाख मोहर को लहंगो - २
ज्यादा ऊंचो मत कर लीजे नहीं पड़ेगो महँगो 
ज़रा सो - ३, ऊंचो ले ले गौरी पल्लो भीग जावे लो




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