गुरुवार, 13 अक्टूबर 2016

Aaja mhari phooljhadi malan ki badi me

तान : "मधुवो फूल्यो बाग़ में, भंवरा छेड़े तान 
           फागण आयो गोरडी, आजा मेरी जान "

झटापट आजा म्हारी फूलझड़ी मालण की बाड़ी में 
मालण की बाड़ी में, केसर की क्यारी में 

लाडू और जळेबी ल्यायो - २ 
कि तू तो जीमण के मिस आजा ऐ मालण की बाड़ी में
मालण की बाड़ी में, केसर की क्यारी में 

सतरंगी मैं लहरियो ल्यायो - २ 
कि तू तो ओढण के मिस आजा ऐ मालण की बाड़ी में
मालण की बाड़ी में, केसर की क्यारी में 

थारे खातिर म्हे तो गौरी ढेवतो घड़ायो - २ 
कि तू तो पैरण के मिस आजा ऐ मालण की बाड़ी में
मालण की बाड़ी में, केसर की क्यारी में 

थारी खातिर रंग पिचकारी ल्याओ 
होली खेलण के मिस आज ऐ मालण की बाड़ी में
मालण की बाड़ी में, केसर की क्यारी में 






Ek baar aavo ni jawai ji pawna

१. एक बार आवो नी जवाई जी पावणा
थाने सासु जी बुलावे घर आज, जवाईं लाड करां

२. सासु जी ने मालुम होवे म्हारे भाई आज होयो
म्हारे घरां भी मोकळो काम, सासु जी म्हाने माफ़ करो

३. एक बार आवो नी जवाई जी पावणा
थाने सुसरो जी बुलावे घर आज, जवाईं लाड करां

सुसरो जी मालुम होवे , म्हारो बाप शहर गयो,
म्हारे घरां लारलो काम, सुसरो जी म्हाने माफ़ करो

४. एक बार आवो नी जवाई जी पावणा
थाने बुआ जी बुलावे घर आज, जवाईं लाड करां

बुआ जी ने मालुम होवे, म्हारा भी बुआ जी आया
बुआ सासु जी ने जोड़ू ला मैं हाथ, अबके म्हाने माफ़ करो

५. एक बार आवो नी जवाई जी पावणा
थाने साली जी बुलावे घर आज, जवाईं लाड करां

साली जी ने मालुम होवे, साढू जी ने भेजू हूँ
म्हारा साढू जी नाचे ला सारी रात, साली जी महान माफ़ करां








Mai to paani lene gai mera shyam : Falgun song

मैं तो पाणी लेने गई मेरा श्याम 
मरद चाले अड़-अड़ के 

आ तो कुणसे मरद की है नार 
कि झाला देवे बे-धड़के 

गाल गुलाबी, होठ रसीला, झीणो सुरमो सार 
पाणी भरवा नीसरी , निरख रह्या मोट्यार 
थारी गोरी कलाई पणिहार कि हरी हरी चूड़ी छनके 

आ तो कुणसे मरद की है नार 
कि झाला देवे बे-धड़के

नाजुक बदन म्हारी पतली कमरिया 
सिर पर दो घड़ भारी 
बलम बिना म्हारो फागण सूनो 
मैं जोबण की मारी 
मैं तो परदेशी की नार, मिलण ने मन तरसे 

मैं तो पाणी लेने गई मेरा श्याम 
मरद चाले अड़-अड़ के 






रविवार, 17 अप्रैल 2016

मोरिया आछो बोल्यो रे

मोरिया आछो बोल्यो रे ढळती रात में - २
म्हारे हिवड़े में बहगी रे कटार
मोरिया आछो बोल्यो रे ढळती रात में

डावडी मैं तो बोल्यो रे म्हारी मौज में
थारे किण विध बहगी रे कटार डावडी
मैं तो बोल्यो रे म्हारी मौज में

मोरिया पीहू पीहू की वाणी छोड़ दे
म्हारा पीव जी बसे परदेस मोरिया
पीहू पीहू की वाणी छोड़ दे

डावडी पीहू पीहू की वाणी बोल स्यूं
म्हारे मौज उठे दिन रात डावडी
पीहू पीहू की वाणी बोल स्यूं

मोरिया थारे बागां में काई काई नीपजे
ज्यां में आवे रे, सुगन्धि बास मोरिया
थारे बागां में काई काई नीपजे

मोरनी, म्हारे बागां में मरवो कवडो
जीकी आवे रे, सुगन्धि बास मोरनी
म्हारे बागां में मरवो कवडो





नैणा रा लोभी

अजी हाँ सा म्हारी रुणक झुणक पायल बाजे सा 
नैणा रा लोभी कीकर आऊं सा - २ 

अजी हाँ सा म्हारी सासु सूती है, ननदल जागे सा 
नैणा रा लोभी कीकर आऊं सा - २ 

अजी हाँ सा म्हारी जेठाणी सूती, देवराणी जागे सा 
नैणा रा लोभी कीकर आऊं सा - २

अजी हाँ सा म्हे तो आऊं, कि पाछी फिर फिर जाऊं 
नैणा रा लोभी कीकर आऊं सा - २

अजी हाँ सा म्हारो नानो देवरियो उभो झांके सा 
पडोसन झाला देवे, मैं कईयां आऊं सा 

अजी हाँ सा म्हारी रुणक झुणक पायल बाजे सा 
नैणा रा लोभी कीकर आऊं सा - २ 




कानूड़ा लाल घडलो म्हारो

कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे - २ 
भर दे, ऊंचा दे, सर पर धर दे रे - २ 
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे

तू मत जाणी कान्हा, आई मैं अकेली 
सात सहेलियां म्हारे संग छे रे 
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे

तू मत जाणी कान्हा, दूर गाँव की 
बरसाने म्हारो घर छे रे 
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे

तू मत जाणी कान्हा, अकन कंवारी 
श्री कृष्ण म्हारो वर छे रे 
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे

कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे - २ 
भर दे, ऊंचा दे, सर पर धर दे रे - २ 
कानूड़ा लाल घडलो म्हारो भर दे रे



कागलिया गेरो गेरो बोले

कागलिया, गेरो गेरो बोले नी रे - २ 
म्हारो परवानो बातलियो परदेस 
परदेसिड़ा ओलु थारी आवेनी रे 

कागलिया बाग़ तो लगा दियो रे - २ 
म्हारा बागां में घुमणियो परदेस 
परदेसिड़ा ओलु थारी आवेनी रे

कागलिया, हौद तो बनाय लिया रे 
म्हारा होदां में नहावणीयो परदेस 
परदेसिड़ा ओलु थारी आवेनी रे

कागलिया, महल तो बणा दिया रे 
म्हारा महलां में सोवणीयो परदेस 
परदेसिड़ा ओलु थारी आवेनी रे