राधिका गौरी से, बिरज की छोरी से
मैया करा दे मेरो ब्याह - 2
उमर तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दूँ तेरो ब्याह - 2
जो ना ब्याह कराए तेरी गैया ना ही चराऊँ - 2
आज के बाद मेरी मैया तेरी देहरी पे ना आऊं
आएगा रे मजा, रे मजा - अब जीत हार का
राधिका गौरी से....
छोटी से दुल्हनिया जब अंगना में डोलेगी - 2
तेरे सामने मैया वो घूंघट न खोलेगी
दाऊ से जा कहो, जा कहो - बैठेंगे द्वार पे
राधिका गौरी से....
सुन बातें कान्हा की मैया बैठी मुस्काये - 2
ले के बलैया मैया हिवड़े से अपने लगाए
नजर कहीं लग जाये ना, मेरे लाल को
राधिका गौरी से.....
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें