मीठो बोले रे पपैयो रुत आई फागण री - 2
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री
गौरी जोवे बाट पिया की - 2
कह गया आवण री
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री
जेठ जेठानी सुख से सोवे, सोवे ननद नवेली रे - 2
कुनसे जनम को बैर निकालयो, मैं सोउ एकली
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री
रात में सोउ तो ढोला नींद कोनी आवे - 2
एकली सोउ तो मेरो जियो घबरावे है
फेर फेर बस आडा रातू , बिताऊँ फागण री
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री
चंदा तेरी चांदनी डागलिये पलँग लगायो रे - 2
झुन झुन रोवे गौरडी साजन जी क्यो नही आये रे
तारा गिण गिण रात बिताऊँ , मैं तो फागण री
मन मे आवे रे पिया थारे सागे रेवन री
Sample video for help in singing :
आपके प्रयत्न को प्रणाम।
जवाब देंहटाएंयदि गीत के साथ उसकी भूमिका बनाए तो अधिक उत्तम। यथा- रचनाकार, रचनाकाल (लगभग), पारंपरिक, नवीन (कितना नवीन , कौनसे दशक के लगभग)
Thank you sir.
जवाब देंहटाएंPura geet nHi h
जवाब देंहटाएंMast geet hai.
जवाब देंहटाएंWha bhiya ......aap ki awaj lajav hai.....
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया 👍
जवाब देंहटाएंNice marwadi song
जवाब देंहटाएंMera favourite song h falgun ka
जवाब देंहटाएंSuper se bhi uper
जवाब देंहटाएंSuperb
जवाब देंहटाएंatisundar.........HAi
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