बुधवार, 9 मार्च 2016

चाल चंदा डागलिये

चाल चंदा डागलिये पे, झीणी झीणी चांदनी - २ 
कोई हिल मिल रास रचावां ऐ फागण में 
थारे सागे कोनी चालूं, ओ रे बालम रसिया - २ 
थे सारी सारी रात जगावो जी फागण में 

थारे थारे खातर ढोला बाग़ लगायो जी 
कोई घुमण के मिस आवो जी फागण में 
चाल चंदा डागलिये पे.......

थारे थारे खातर ढोला थाळ सजायो जी 
कोई जीमण के मिस आज्यो जी फागण में 
चाल चंदा डागलिये पे.......

थारे थारे खातर ढोला सेज बिछायो जी 
कोई ओढन रे मिस आवो जी फागण में 
चाल चंदा डागलिये पे.......

थारे थारे खातर ढोला सज सिंगारी जी 
कोई निरखण के मिस आज्यो जी फागण में 
चाल चंदा डागलिये पे.......
आपां प्रीत रंग, रंग जास्या ऐ फागण में 





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