गुरुवार, 3 मार्च 2016

भर जोबन में नाव डूबगी

भर जोबन में नाव डूबगी, तैरा दे लणीहारा
तेरे नाम की दो चूड़ी म्हने, पैरा दे मणिहारा

पटरी पटरी रेल चलत है, ऊपर जहाज हवाई
फागण में दो छैला मरग्या, कर कर याद लुगाई

नीम का जोबन नीम निमोली, आम का जोबन सुआ
मर्द का जोबन पान सुपारी, पणिहारी का कुआ

आधी रात ने आयो देवर, लायो फूल गुलाबी
झाला देय बुलावण लाग्यो, आजा मेरी भाभी

सुण रे पति म्हारा सुण रे पति, थने हाल बताऊँ सारा
देवरिये रा ब्यांव करा दे, कोन्या फिरे कुंवारा

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